कैथोड किरणों के गुण (इलेक्ट्रान किरणे , X- किरणे) , Properties of cathode Rays

कैथोड किरणों को इलेक्ट्रान व X-किरणे भी कहते है  यह ऋणावेशित द्रव्य कणों की बनी होती है 
1. कैथोड किरणें सीधी रेखा में गमन करती हैं इनका वेग लगभग प्रकाश के वेग के बराबर होता है
2 . इन किरणों द्वारा यांत्रिकी प्रभाव होता है अर्थात यदि इन किरणों के रास्ते में  क्षेपडी पहिया लगा दिया जाए तो इन किरणों केआघात  से यह पहिया घूमने लगता है
3. कैथोड किरणों के पथ में विद्युत क्षेत्र लगाया जाए तो यह धन आवेशित प्लेट की ओर मुड़ जाती हैं इससे सिद्ध होता है कि कैथोड किरणें ऋण आवेशित कणों से बनी होती हैं
4. कैथोड किरणें धातुओं की पतली पत्ती को पार कर देती हैं और उसे हल्का गर्म कर देती हैं
5. यह किरणे कांच की नली की दीवार पर प्रतिदीप्ति उत्पन्न करते हैं
6. यह किरणे गैसों को आयनित कर देती हैं और फोटोग्राफिक प्लेट को प्रभावित करती हैं
7.कैथोड किरणें एक्स किरणे उत्पन्न करती हैं जब कैथोड किरणे किसी उच्च गलनांक की धातु जैसे टंगस्टन पर गिरती हैं तो एक्स किरणें उत्पन्न होती हैं

एनोड किरणे (धन किरणे ,कैनाल किरणे ) properties of Anode Rays
ये किरणे विसर्जन नलिका से उत्पन्न हुई है इसलिए इन्हें कैनाल किरणे कहते है ,साथ ही यह किरणे एनोड से कैथोड की ओर चलती है इसलिए ये धनावेशित होने के कारण धन किरणे कहलाती है ।
1. ये किरणे इलेक्ट्रोड्स के बीच मे उपस्थित गैस से प्राप्त होती है ।
2. ये एनोड से कैथोड की ओर चलती है ।
3. इनका द्रव्यमान कैनाल में ली गयी गैस के द्रव्यमान के बराबर होता है ।
4 . इनके सबसे हल्के धन आवेश युक्त कण को प्रोटॉन कहते है।
5. 

कोई टिप्पणी नहीं