Science class 10th रासायनिक अभिक्रिया (Chemical Reaction) एवं संयोजन व वियोजन अभिक्रिया

 रासायनिक अभिक्रिया (Chemical reaction):-                                                                                          जब दो या दो से अधिक तत्व मिलकर किसी यौगिक का निर्माण करते है तो उनके बीच होने वाले परिवर्तन को रासायनिक अभिक्रिया कहते है।  रासायनिक अभिक्रिया में एक या अधिक पदार्थ आपस में अन्तर्क्रिया (इन्टरैक्शन) करके परिवर्तित होते हैं और एक या अधिक भिन्न रासायनिक गुण वाले पदार्थ बनते हैं। 
 

जैसे :-   Na +Cl      →   NaCl 

 सोडियम + क्लोरीन   सोडियम क्लोराइड 

     {  अभिकारक }                          { उत्पाद }

अभिकारक (reactant) :-  रासायनिक क्रिया में भाग लेने वाले तत्व अभिकारक या क्रियाकरक कहलाते है । अभिकारकों को तीर के बाएं तरफ लिखा जाता है ।  इस क्रिया में सोडियम और क्लोरीन अभिकारक है ।                                                                                                                                                              अभिकारक     

उत्पाद (Product) :-  अभिकारकों की क्रिया के परिणामस्वरूप   बने पदार्थ को उत्पाद कहते है । उत्पाद को तीर के दायीं ओर लिखा जाता है । इस क्रिया में सोडियम क्लोराइड एक उत्पाद है।                                                                                                  →   उत्पाद 

निम्नांकित बिन्दुओ के आधार पर हम निर्धारित कर  सकते  है कि रासायनिक अभिक्रिया हुई है⇰

  • अवस्था में परिवर्तन 
  • रंग में परिवर्तन 
  • गैस का निकास / उत्सर्जन 
  • तापमान में परिवर्तन 

संयोजन अभिक्रिया:-     जब दो या दो से अधिक पदार्थ  मिलकर एकल उत्पाद का निर्माण करते है , तो ऐसी अभिक्रियाओं को संयोजन अभिक्रिया कहते है ।  जैसे-

 ( 1)       2Mg +O2   →   2MgO   + ऊष्मा 

  (2)      C  + O2    →  CO2     ऊष्मा

   (3)      CaO  + H2O        → Ca(OH)2   ऊष्मा

उपरोक्त उदाहरणों से ज्ञात होता है की अभिक्रिया के दौरान ऊष्मा उत्पन्न हुयी है।, इसलिए संयोजन अभिक्रिया एक प्रकार की ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया है। 

ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया ⇒  वह अभिक्रिया जिनमे उत्पाद के साथ साथ ऊष्मा उत्पन्न होती है उसे ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया कहते है। जैसे 

   CaO  + H2O        → Ca(OH)2   ऊष्मा

वियोजन अभिक्रिया वह अभिक्रिया जिसमे एकल अभिकारक टूटकर छोटे छोटे उत्पादो में बँट जाता है वियोजन अभिक्रिया कहलाती है। जैसे -

                                    फेरस सल्फेट को गर्म करने पर वह क्रिस्टल जल त्याग देता है जिससे क्रिस्टल का रंग बदल जाता है ,  इसके बाद यह फेरिक ऑक्साइड  सल्फर डाई ऑक्साइड  व सल्फर ट्राई ऑक्साइड में वियोजित हो जाता है।




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