क्लोरक्षार अभिक्रिया 1.सोडियम हाइड्रोक्साइड( NaOH) 2.विरंजक चूर्ण- (CaOCl2 )3. बेकिंग सोडा -(NaHCO3)- 4. धावन सोडा( Na2CO3.10H2O) जैसे रसायन तक
साधारण नमक की कहानी बहुत ही रोचक है। सादा नमक रसायन शास्त्र में कच्चे पदार्थ के रूप में प्रयोग होता है। वैसे तो यह समुद्र जब कई साल पुराने स्थानों पर सूख जाता है तो वहां पर यह खनिज के रूप में प्राप्त होता है लेकिन इस साधारण नमक को प्रयोगशाला में भी तैयार किया जा सकता है |जैसे HCl अम्ल व NaOH क्षार की क्रिया द्वारा भी नमक को बनाया जाता है
Hcl+NaOH→Nacl+H2O
अब हम यहां पर नमक और पानी बन जाता है अब इसी नमक का इस्तेमाल करके हम अन्य यौगिकों का निर्माण कर सकते हैं।
1. सोडियम हाइड्रोक्साइड NaOH - साधारण नमक के जलीय विलयन
में विद्युत धारा प्रवाहित करने पर सोडियम हाइड्रोक्साइड और क्लोरीन गैस व हाइड्रोजन गैस बनती है क्योंकि सोडियम हाइड्रोक्साइड एक क्षार है और क्षार के साथ में जब क्लोरीन गैस निकलती है तो इस प्रक्रिया को क्लोरक्षार प्रक्रिया कहते हैं
में विद्युत धारा प्रवाहित करने पर सोडियम हाइड्रोक्साइड और क्लोरीन गैस व हाइड्रोजन गैस बनती है क्योंकि सोडियम हाइड्रोक्साइड एक क्षार है और क्षार के साथ में जब क्लोरीन गैस निकलती है तो इस प्रक्रिया को क्लोरक्षार प्रक्रिया कहते हैं
2Nacl+2H2O →2NaOH+Cl2+H2
क्लोरक्षार प्रक्रिया 2 .विरंजक चूर्ण- (CaOCl2 ) - बुझे हुए सूखे चूने पर क्लोरीन गैस प्रवाहित करने पर विरंजक चूर्ण प्राप्त होता है |
Ca(OH)2+Cl2 →CaOCl2+H2O
विरंजक चूर्ण के उपयोग--
1. वस्त्र उद्योग में सूती एवं लिनेन में विरंजक चूर्ण का उपयोग किया जाता है
2. कागज की फैक्ट्री में भी विरंजक चूर्ण उपयोगी होता है।
3. रसायन उद्योग में अपचायक के रूप में इसका प्रयोग किया जाता है।
4. पीने वाले पानी को जीवाणु मुक्त बनाने के लिए इसका उपयोग किया जाता है।
3. बेकिंग सोडा -(NaHCO3)-
सोडियम क्लोराइड जल कार्बन डाई ऑक्साइड की क्रिया अमोनिया से करने पर बैकिंग सोडा प्राप्त होता है! निम्नांकित समीकरण द्वारा इसे बनाया जाता है ! Nacl+H2O+CO2+NH3 → NaHCO3+NH4Cl
बेकिंग सोडा को गर्म करने पर सोडियम कार्बोनेट बनता है जिसका उपयोग धावन सोडा बनाने में किया जाता है
2NaHCO3 Heat→ Na2CO3+H2O+CO2
बेकिंग सोडा के उपयोग -
- इसका उपयोग बेकरी उद्द्योग में किया जाता है !
- पेट की अम्लता दूर करने में इसका उपयोग ऐन्टैसिड के रूप में किया जाता है !
- इसका उपयोग अग्निशामक में भी किया जाता है !
- इसका उपयोग रसोई घरो में भी किया जाता है ! भोजन को पकाने आदि में !
4. धावन सोडा (washing powder ) Na2CO3.10H2O
बेकिंग सोडा को गर्म करने पर सोडियम कार्बोनेट प्राप्त है ! और इसका पुनः क्रिस्टलीकरण करने पर धावन सोडा बनता है ! इसे निम्नांकित समीकरण द्वारा व्यक्त किया जाता है !
Na2CO3+10H2O → Na2CO3.10H2O
(सोडियम कार्बोनेट ) (जल ) (धावन सोडा )
धावन सोडा के उपयोग -
- इसका उपयोग काँच साबुन व् कागज उद्द्योग में किया जाता है!
- इसका उपयोग बोरैक्स के उत्पादन में किया जाता है!
- घरो की साफ सफाई में उपयोग होता है !
- जल की स्थायी कठोरता दूर करने में उपयोगी होता है!
अभ्यास प्रश्न -
- बेकिंग सोडा को गर्म करने पर कौन सा यौगिक बनता है !
- क्लोरीन एनोड की ओर क्यों प्रवाहित होती है !
- क्लोर-क्षार प्रक्रिया किसे कहते है
- निम्नांकित समीकरण को संतुलित करिये - 2Nacl+H2O+2CO2+NH3 → NaHCO3+NH4Cl2
- विरंजकचूर्णके उपयोग लिखिए !
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